कांग्रेस के कई ट्विटर हैंडल्स से यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का एक वीडियो पोस्ट किया जा रहा है. जिसके बारे में गुमराह करने वाला दावा किया जा रहा है. वीडियो में मुख्यमंत्री कुछ लोगों को साथ हैं. इनमे पुलिसकर्मी भी हैं. मुख्यमंत्री कुछ दूर से एक बुजुर्ग से बात करते हैं. वो बुजुर्ग से कहते है कि मास्क लगाइये. इस दौरान वो बुजुर्ग के हाथ भी जोड़ते हैं. खास बात है मुख्यमंत्री के आगे रास्ते में खड़ी हुई एक खाट है जिसके पहले ही रुककर योगी बुजुर्ग से बात करते हिए देखे जा सकते है. इसी चारपाई को लेकर ये वीडियो वायरल है. दावा किया जा रहा है बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री के कहने के बावजूद रास्ता नहीं खोला. कांग्रेस नेता पीएल पूनिया ने वीडियो पोस्ट करके तंज किया ”यूपी में जनता ने योगी जी की खाट खड़ी करके स्वागत करना शुरू कर दिया है”
अभिनेत्री और कांग्रेस नेता नगमा ने भी इसे पोस्ट करके दावा किया ”जनपद मेरठ के बिजौली गांव में एक बीजेपी विरोधी बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को अपनी गली में जाने से रोक दिया. मुख्यमंत्री के लाख इसरार करने पर भी बुजुर्ग ने रास्ता नहीं खोला औऱ योगी जी को वापस जाना पड़ा”
कुछ औऱ कांग्रेस नेताऔं और पार्टी के अलग-संगठनों के पोस्ट आप यहां,यहां और यहां देख सकते हैं.
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फैक्ट चेक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को मेरठ के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होने बिजौली गांव में कोरोना संक्रमित परिवार का हालचाल भी लिया. वायरल वीडियो इसी गांव का है. मेरठ पुलिस ने वायरल वीडियो के बारे में किए जा रहे दावे को गलत बताया है. पुलिस की तरफ से यूपी यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष ओमवीर यादव के ट्वीट पर जवाब कहते हुए कहा ”आपका सोशल मीडिया पर किया गया ये पोस्ट पूर्ण रूप से निराधार और भ्रामक है और अफ़वाह फैलाने की श्रेणी में आता है. मुख्यमंत्री ने बिजौली ग्राम जनपद मेरठ में कंटेनमेंट ज़ोन में कोविड पीड़ित परिवार के सदस्य से मिलकर उनका हालचाल लिया है.. कंटेनमेंट ज़ोन होने की वजह से गली में खाट रखी है और रस्सी बंधी है. इसलिए अफवाह ना फैलाएं अन्यथा उचित वैधानिक कार्रवाई होगी.”
हिन्दुस्तान अखबार को मेरठ के एसएसपी अजय साहनी ने बताया ”मुख्यमंत्री पैदल जिस गली में गए, वह कंटेनमेंट जोन है. कंटेनमेंट जोन से लोग बाहर न निकलें, इसलिए पुलिस ने खुद चारपाई खड़ी की थी। वीडियो में जो बुजुर्ग दिख रहे हैं, मुख्यमंत्री ने उनसे हाल-चाल पूछा. मुख्यमंत्री खुद पैदल चलकर इस गली तक आए. वीडियो में साफ दिख रहा है कि लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जयकारे लगा रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि वहां कुछ नहीं हुआ.” एसएसपी ने कहा ”वीडियो को गलत तरीके से वायरल किया जा रहा है। इसकी जांच की जा रही है.”