कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच सांप्रदायिक रंग देते हुए 4 तस्वीरों का एक कोलाज वायरल है. तस्वीर में दो लोग दिखाई दे रहे हैं जिनके सामने बोतलें और बाल्टियां रखी हैं. उनके पीछे सुरक्षा कर्मी दिखाई दे रहे हैं. अन्य तस्वीरों में दवाईयों के रैपर और सैनिटाइजर की बोतलें रखी हुई हैं. दावा किया जा रहा है मुसलमान नकली सैनिटाइजर बेच रहे हैं. तस्वीरों के साथ दिए गए कैप्शन में गलत हिन्दी में लिखा है ‘’नक्कली सेनेताईज़र बना के देश कि सेवा करते हुवे देश प्रेमी मोलवी ।।अब घिन आने लगी है इन हरामियो से’’

नक्कली सेनेताईज़र बना के देश कि सेवा करते हुवे देश प्रेमी मोलवी ।।अब घिन आने लगी है इन हरामियो से

Geplaatst door Ojasvi Hindustan op Dinsdag 7 april 2020

कुछ पोस्ट के स्क्रीन शॉट आप नीचे भी देख सकते हैं.

इसी तरह ट्विटर पर भी ये पोस्ट वायरल है.

औऱ पोस्ट आप यहां भी देख सकते हैं.

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सहारनपुर में क्वारंटीन में रखे गए तब्लीगी जमातियों के सदस्यों के खुले में शौच करने की खबर गलत है

फैक्ट चेक

जिस तस्वीर में सुरक्षाकर्मी दिखाई दे रहे हैं उसको गौर से देखने में पता चलता है कि उनकी वर्दी पर लगे बैज में ‘RAB’ लिखा हुआ है. जिसका मतलब है रैपिड एक्शन बटालियन. ये बांग्लादेश पुलिस की आतंकवाद विरोधी यूनिट है. कुछ की-वर्डस की मदद से गूगल सर्च करने पर बांगलादेश की कई न्यूज वेबसाइट में ये तस्वीर दिखाई देती है. वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक ये घटना बांगलादेश के चट्टोग्राम शहर की है. पुलिस को पता चला कि कि कुछ लोग हजारी लेन में एक दुकान के सामने सैनिटिजर बेंच रहे हैं. लोग 50 टका में 100 मिलीलीटर की बोतल खरीद रहे हैं.जांच में पता चला कि बोतल में भरा हुआ सैनिटाइजर नकली है. 4 अप्रैल को सुहैल देव नामके एक यूजर ने इस तस्वीर के साथ कुछ अन्य तस्वीरों को शेयर करते हुए बांगला भाषा में इस घटना की पूरी जानकारी दी है.

Geplaatst door Sohel Deb op Zaterdag 4 april 2020

ऑरिजनल पोस्ट आप यहां देख सकते हैं.

कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद भारत में भी फर्जी सैनिटाइजर के कई मामले सामने आए थे हाल ही में रायपुर में पुलिस ने ऐसे ही एक कंपनी का पर्दाफाश किया था. लोकल न्यूज चैनलों ने इस घटना को कवर भी किया था.

पिछले महीने गाजियाबाद में भी पुलिस ने नकली सैनिटाइजर बनाने वालों को पकड़ा था.

पिछले दिनों दिल्ली के तब्लीगी जमात के सदस्यों में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद से सोशल मीडिया में मुसलमानों को निशाना बनाते हुए बहुत सारी झूठी खबरे तस्वीरों औऱ वीडियोज के जरिए शेयर किए जा रहे हैं. केंद्र सरकार की तरफ से भी इस सिलसिले में एक एडवायजरी जारी की गई है कि जिसमें कहा गया है कि किसी समुदाय का नाम कोरोना संक्रमण से ना जोड़ा जाए. सभी राज्यों की पुलिस ने भी अफवाह फैलाने वालों के किलाफ सख्ती से निपटने की बात कही गई है.

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