देश भर में कृषि बिल के खिलाफ किसान आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलन की तस्वीरें सोशल मीडिया और मेनस्ट्रीम मीडिया में छाई हुई हैं. ऐसे में कुछ तस्वीरें ऐसी भी दिखाई दे रही हैं जिनका संबंध किसान आंदोलन से नहीं हैं. ऐसी ही कुछ तस्वीरों का सेट वायरल है जिनमें कुछ लोगों के शरीर से खून बहता दिखाई दे रहा है. तस्वीरों के साथ कैप्शन में लिखा है ‘’किसान आंदोलन हुआ उग्र तस्वीरें आपको भयभीत कर देगी अन्नदाताओं पर जो अत्याचार हो रहा है यह बिकाऊ दलाल गोदी मीडिया आपको नहीं दिखाएगा| दलाल गोदी मीडिया को देश के असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए और सिर्फ हिंदू मुस्लिम करने के लिए पैसे दिए जा रहे हैं नेता से ज्यादा देस की मीडिया देश को बर्बाद कर रही है’’
टविटर पर भी किसान आंदोलन से जोड़कर इन तस्वीरों को वायरल किया जा रहा है. यहां पर भी किसान आंदोलन के उग्र होने का दावा करते हुए इन्ही तस्वीरों के सेट को शेयर किया जा रहा है.
कुछ औऱ पोस्ट आप यहां देख सकते हैं.
ये भी पढ़िए
7 साल पुरानी तस्वीर को किसानों के हाल के आंदोलन से जोड़कर किया गया वायरल
फैक्ट चेक
तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर बहुत सारे ट्विटर हैंडल और अखबारों की वेबसाइट पर ये तस्वीरें दिखाई देती हैं. मीडिया रिपोर्ट से पता चलता है कि ये घटना केरल की है. तस्वीर में दिख रहे लोगों में केरल के कांग्रेस विधायक वीटी बलराम और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता हैं. दरअसल गोल्ड स्मगलिंग केस को लेकर केरल यूथ कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शऩ किया था. केरल के मंत्री केटी जलील के ऊपर इस मामले में आरोप लग रहे हैं. कांग्रेस ने जलील का इस्तीफा मांगते हुए पूरे राज्य में प्रदर्शन किया था. जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर कृषि बिल के खिलाफ प्रदर्शन की बताकर शेयर की जा रही हैं वो पलक्कड जिले की है जहां पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया था. केरल की न्यूज वेबसाइट मात्रभूमि में ये रिपोर्ट और वीटी बलराम की वही तस्वीर देख सकते हैं जो वायरल है.
केरल यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष ने अपने फेसबुक पेज पर इऩ सारी तस्वीरों को पोस्ट करते हुए घटना का जिक्र किया है.
इंडियन यूथ कांग्रेस ने भी अपने ट्विटर हैंडल से कुछ तस्वीरों को पोस्ट करते हुए घटना की निंदा की .
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी तस्वीरों को शेयर किया था. उन्होने कैप्शन में लिखा कि मेरे दोस्त विधायक वीटी बलराम को केरल पुलिस ने लेफ्ट फ्रंट सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान बुरी तरह पीटा.
निष्कर्ष
वायरल तस्वीरों का किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं हैं. ये तस्वीरे केरल के कांग्रेस नेता औऱ कार्यकर्ताओं की हैं. केरल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान इन पर लाठाचार्ज किया गया था जिसकी वजह से इन्हे चोटें आईं थीं.
हमारी फैक्ट चेक स्टोरी में अगर आपको कोई गलती नज़र आती है तो आप हमें ज़रूर लिखें. हम अपनी गलतियों को स्वीकार करने के लिए पूरी तरह से हमेशा तैयार रहते हैं. आप हमें info@indiacheck.in या indiacheck1@gmail.com पर मेल कर सकते हैं. हम एक प्रक्रिया के तहत जांच करेंगे औऱ गलती पाए जाने पर स्टोरी को अपडेट करेंगे. आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. हमारा ट्विटर हैंडल है @indiacheck1