Home फैक्ट चेक TOI के मार्केटिग कैंपन में शामिल 11 साल पुरानी 2G स्कैम स्टोरी को IANS, DNA ने खबर बना दी -FACT CHECK

TOI के मार्केटिग कैंपन में शामिल 11 साल पुरानी 2G स्कैम स्टोरी को IANS, DNA ने खबर बना दी -FACT CHECK

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TOI के मार्केटिग कैंपन में शामिल 11 साल पुरानी 2G स्कैम स्टोरी को IANS, DNA ने खबर बना दी -FACT CHECK

टाइम्स ऑफ इंडिया ने 5 अक्टूबर को अपने मार्केटिग कैंपेन के तहत 11 साल पुरानी खबरों को दोबारा विज्ञापन के रूप में प्रकाशित किया. और इसी विज्ञापन वाले पेज की एक खबर को कई बड़ी वेबसाइटों ने हेडलाइन बना दिया.TOI ने अपने 5 अक्टूबर के कवर पेज को 3 अप्रैल 2011 को प्रकाशित पहले पेज को कैंपेन के तहत दोबारा पब्लिश किया. इसमें मुख्य स्टोरी 2011 में वनडे क्रिकेट के वर्ल्डकप में भारतीय टीम की जीत की थी.और बाद में 2 G घोटाले पर सीबीआई की चार्जशीट की थी. सीबीआई ने 2 G स्पेक्ट्रम घोटाले में अपनी पहली चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी, जिसमें पूर्व टेलिकॉम मिनिस्टर ए राजा को मुख्य आरोपी बनाया गया था. ये सारी घटनाएं 2011 में हुईं थीं. न्यूज एजेंसी IANS ने TOI के इस मार्केटिंग कैंपेन वाले पेज से 2 जी घोटाले की खबर को आज की रिपोर्ट बनाकर पब्लिश कर दिया जिसकी सिंडीकेटड फीड को कई बड़ी न्यूज वेबसाइटों ने भी प्रकाशित किया. DNA की वेब टीम ने IANS की फीड को एडिट करके पब्लिश किया. लेकिन इतनी बड़ी गलती को नजरअंदाज कर गए. इसका आर्काइव वर्जन आप यहां देख सकते हैं.    

ये घटना 3 अप्रैल 2011 की है जब सीबीआई ने पहली चार्जशीट दाखिल की थी.राजा को कोर्ट नें दिसंबर 2017 में बरी कर दिया था. औऱ अपने आदेश में कहा था कि 2 G घोटाले को साबित करने में जांच एजेंसिया असमर्थ रहीं.  दिलचस्प बात ये रही कि एजेंसी की स्टोरी में भी ये सारे डिटेल हैं लेकिन न्यूजरूम में कॉपी लिखने वाले और एडिट करने वाले पत्रकारों ने कोई ध्यान नहीं दिया. बिजनेस स्टैंडर्ड ने भी 11 साल पुरानी इस स्टोरी को IANS के हवाले से अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित किया. इसका आर्काइव आप यहां देख सकते हैं.

2 G स्पेक्ट्रम घोटाला साल 2010 में सीएजी की रिपोर्ट में सामने आया था. जिसमे कहा गया था टेलिकॉम आपरेटरों को 122 2जी स्पेक्ट्रम लाइसेंस बिना किसी तय नीलामी प्रक्रिया के काफी सस्ते पैसें में दे दिए गए.सीएजी रिपोर्ट में दावा किया गया था कि इससे 1.76 लाख करोड़ रुपए का घाटा हुआ. सुप्रीम कोर्ट ने सभी लाइसेंस 2012 में कैंसिल कर दिए थे. ए राजा औऱ कनिमोझी समेत कई आरोपी बनाए गए थे. सीबीआई ने इस मामले की जांच की थी. कोर्ट ने साल 2017 में सभी आरोपियों को बरी कर दिया था.  लेकिन डेक्कन हेराल्ड ने भी न्यूज एजेंसी की फीड को आज की खबर के रूप में जस का तस प्रकाशित किया.

जी न्यूज अंग्रेजी की वेबसाइट ने भी यही गलती की.

दरअसल टाइम्स ऑफ इंडिया में सैंडविच कुकी ब्रांड Oreo का ये मार्केटिंग कैंपेन था. अखबार के आज दोबारा प्रकाशित पहले पेज पर   भारतीय क्रिकेट टीम के 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने की स्टोरी मुख्य थी. और उसके नीचे 2 जी घोटाले की रिपोर्ट थी. इसे आप यहां देख सकते हैं.

दूसरे पेज पर OREO की तरफ से कहा गया टाइम्स ऑफ इंडिया का पहला पेज कोई गलती नहीं है.टाइम्स ऑफ इंडिया OREO के साथ जुड़कर 2011 को दोहराकर टीम इंडिया को 2022 में कप लाने में मदद करेगा. टाइम्स आफ इंडिया का पहला पेज कुकी ब्रांड को दोबारा लॉन्च करने का कैंपन है . पहली बार जब इसे लॉन्च किया गया था तो भारत ने 2011 में वर्ल्ड कप जीता था.अगला टी-20 वर्ल्ड कप नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में शुरू हो रहा है.

1ANS  ने इस 11 साल पुरानी स्टोरी को आज की स्टोरी के रूप में पेश करने के दौरान किसी सोर्स को कोट नहीं किया. और ना ही टाइम्स ऑफ इंडिया का हवाला दिया. बूम लाइव ने सबसे पहले ये स्टोरी की है.

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