गुजरात चुनाव में आम आदमी पार्टी अपना पूरा दम लगा रही है. मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजकोट में रोड शो किया। लेकिन सोशल मीडिया पर एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रही है जो रोड शो की नहीं है. तस्वीर में सड़क पर भारी भीड़ है और दोनों तरफ आलीशान बिल्डिंग नजर आती हैं. ट्विटर पर AAP Gujarat | Mission 2022 नामक एक पैरोडी अकाउंट से ये तस्वीर ट्वीट की गई. और कैप्शन में दावा किया गया ‘राजकोट’ में स्थानीय लोग बड़ी संख्या में “आप” के रोड-शो में शामिल हुए।” आर्काइव

फेसबुक पर भी लोग तस्वीर को इसी दावे के साथ पोस्ट कर रहे हैं.

क्या है सच्चाई ? 

हमनें वायरल तस्वीर का सच जानने के लिए उसे रिवर्स इमेज सर्च पर डाला। इस दौरान हमें कई परिणाम देखने को मिले। 5 नवंबर 2022 को The Korea Times में प्रकाशित एक रिपोर्ट में हमें यह तस्वीर देखने को मिली। रिपोर्ट का शीर्षक है – “कैंडल लाइट विजिल्स ने कोरिया हैलोवीन आपदा पीड़ितों का शोक मनाया”

रिपोर्ट के मुताबिक, “हैलोवीन क्राउड क्रश में मारे गए 156 लोगों की याद में शनिवार को दक्षिण कोरिया में कैंडललाइट विजिल्स और रैलियां आयोजित की गईं। पीड़ित, जिनमें ज्यादातर युवा लोग, अनुमानित तौर पर 100,000 में से थे, जो पहली बार महामारी के बाद हैलोवीन मनाने के लिए राजधानी सियोल के लोकप्रिय इटावन नाइटलाइफ़ जिले में आए थे।”

तस्वीर के कैप्शन में लिखा है – Participants hold candles and placards at a rally to mourn victims killed in the Itaewon crowd crush near City Hall in central Seoul on Nov. 5, the final day of the weeklong national mourning period for the disaster that killed at least 156 people. Yonhap

इस तस्वीर को गौर से देखने पर एक बड़ी सी इमारत पर कोरिया भाषा में कुछ लिखा दिखाई दे रहा है जो पुष्टि करता है कि वायरल तस्वीर दक्षिण कोरिया की है लेकिन हम यहीं नहीं रुके। हमनें अपनी पड़ताल जारी रखी। गूगल लेंस पर तस्वीर को डालने पर भी हमें कुछ मिलती-जुलती तस्वीरें देखने को मिली।

बीबीसी में प्रकाशित रिपोर्ट में भी हमको यह गेटी इमेजेज द्वारा ली गई तस्वीर देखने को मिली जिसके कैप्शन में लिखा है – Candlelight vigils were held across Seoul to commemorate the 156 people killed in the Itaewon crowd crush

इसके बाद यूट्यूब पर इस घटना के सन्दर्भ में कुछ सिम्पल कीवर्ड से सर्च करने पर हमें फ्रांस की समाचार एजेंसी AFP पर हैलोवीन क्राउड क्रश में मारे गए 156 लोगों की याद में कैंडल मार्च निकाल रहे लोगों का वीडियो मिला। वीडियो में वायरल तस्वीर के स्क्रीन शॉट को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। 

हमें ट्विटर पर भी यह तस्वीर देखने को मिली। जिसे कैप्शन के साथ Ashok Swain ने ट्वीट किया है। कैप्शन में लिखा है – Thousands of South Koreans are holding candles and placards asking President to step down to mourn the 156 victims killed in the Itaewon crowd crush. In India, 135 people were killed due to the Morbi bridge collapse; they have been completely forgotten, and God has been blamed. (हिन्दी अनुवाद – हजारों दक्षिण कोरियाई लोग मोमबत्तियां और तख्तियां लिए हुए हैं, जो राष्ट्रपति से इटावन भीड़ में मारे गए 156 पीड़ितों पर शोक व्यक्त करने के लिए राष्ट्रपति पद छोड़ने के लिए कह रहे हैं। भारत में मोरबी पुल के गिरने से 135 लोगों की मौत हो गई थी; उन्हें पूरी तरह भुला दिया गया है, और परमेश्वर को दोषी ठहराया गया है।)

निष्कर्ष

वायरल तस्वीर आम आदमी पार्टी के राजकोट में हुए रोड शो की ना होकर दक्षिण कोरिया के सियोल में नाइटलाइफ़ जिले में हैलोवीन के दौरान मारे गए लोगों के लिए कैंडल मार्च निकाल रहे लोगो की है।

दावा – गुजरात में आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार के दौरान राजकोट में हुए रोड शो में स्थानीय लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।(तस्वीर को शेयर करते हुए)

दावा करने वाला – AAP Gujarat पैरोडी ट्विटर अकाउंट 

सच – दावा ग़लत है

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