सोशल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का एक वीडियो वायरल है. वीडियो में पुलिसकर्मी कुछ प्रदर्शनकारियों को स्मृति ईरानी के काफिले के पास से हटाते हुए दिखाई दे रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि यूपी के अमेठी में ईरानी का विरोध हो रहा है. प्रीति चौबे नामके एक वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से ये वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन दिया गया ”गज़ब का स्वागत कर रही जनता अमेठी में स्मृति ईरानी का विरोध विरोध ,उल्टे पाव भागना पड़ा!!”
प्रीति चौबे के ट्विटर बॉयो के अनुसार वो समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य हैं. इसी तरह फेसबुक पर भी ये दावा वायरल है.
दरअसल पांच राज्यों के चुनाव की घोषणा के बाद यूपी में इस तरह की कई घटनाएं हुईं जिसमें बीजेपी के नेताओं का लोगों के गुस्से का सामना करने की खबरे आईं हैं.
सच क्या है ?
इनविड टूल की मदद से हमने वीडियो की कई स्टिल तस्वीरें निकालीं औऱ फिर रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमे कई परिणाम मिले जिसमें ये वीडियो दिखाई दिया. औऱ कई मेनस्ट्रीम पोर्टल में ये खबर भी छपी दिखाई दी. रिपोर्ट के अनुसार ये घटना साल 2020 के अक्टूबर के महीने की है. स्मृति ईरानी उस समय किसानों के साथ एक बैठक में भाग लेने वाराणसी गईं थीं. इसी दौरान हाथरस में हुई 19 साल की लड़की के रेप औऱ हत्या के मामले को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका काफिला रोक लिया था. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाकर रास्ता खाली कराया था. 3 अक्टूबर 2020 को नवभारत टाइम्म ने अपने यूट्यूब चैनल पर ये वीडियो अपलोड किया था.
कई अखबारों ने भी इस घटना को रिपोर्ट किया था. इंडिया टुडे की रिपोर्ट आप यहां देख सकते हैं.
निष्कर्ष
हमारी जांच में पाया गया कि कि स्मृति ईरानी के विरोध का ये वीडियो पुरना है. और वाराणसी का है. हाल में इस तरह की कोई घटना उऩके साथ अमेठी में नहीं हुई है.
दावा- स्मृति ईरानी का अमेठी में विरोध
दावा करने वाले- सोशल मीडिया मीडिया यूजर
सच- दावा गलत है