सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमे एक शख्स पाकिस्तान में नाबालिग के धर्म परिवर्तन पर बहुत मार्मिक भाषण दे रहा है. वीडियो में शख्स कहता है “12 साल की बच्ची को जबरन इस्लाम कबूल करवाया जाता है और जब मैं थाने जाकर इसके बारे में DSP से पूछता हूं तो वो कहते हैं कि इसने अपनी मर्जी से इस्लाम कबूल किया है..”सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियों को शेयर करके कैप्शन में दावा करते हैं “देखिए कैसे हिंदू सांसद पाकिस्तान की संसद में हाथ जोड़कर रहम की भीख मांग रहे हैं..कि हम पर रहम करें, हमारी बेटियों को बख्श दें।”

फेसबुक पर वायरल दावे को यहांयहांयहांयहां और यहां देखा जा सकता है। ट्विटर पर भी ये दावा इसी वीडियो के साथ वायरल है.आर्काइव

क्या है सच्चाई ? 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो से कुछ की-फ्रेम निकाले और उन्हें रिवर्स इमेज सर्च पर खंगाला। इस दौरान हमें पाकिस्तानी लेखक हनीफ कादिर के भारत के विरोध में किए गए ट्वीट के कमेंट सेक्शन में वही वीडियो मिला जो वायरल है. लेकिन इसके कैप्शन में बताया गया कि वीडियो में दिख रहे शख्स पाकिस्तान के ईसाई MPA तारिक मसीह गिल हैं.जो 12 साल की एक ईसाई लड़की के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन के बारे में बात कर रहे हैं। ये ऑरिजनल ट्वीट आप यहां देख सकते हैं.

इसी ट्वीट की जानकारी के आधार पर हमने कीवर्डस ‘Tarikh Masih Gill punjab Pakistan” से गूगल पर सर्च किया तो हमें पंजाब की प्रांतीय विधानसभा की आधिकारिक वेबसाइट पर तारिक मसीह गिल के बारे में अधिक जानकारी मिली। इसके मुताबिक इनायत मसीह गिल के पुत्र तारिक मसीह गिल का जन्म 10 नवंबर, 1962 को लाहौर में हुआ था। उन्होंने 1989 में पंजाब विश्वविद्यालय, लाहौर से स्नातक किया।

तारिक मसीह को 2018 में लगातार दूसरी बार पंजाब की प्रांतीय विधानसभा के सदस्य के रूप में फिर से चुना गया है। तारिक मसीह की प्रोफाइल के नीचे उनके ईसाई धर्म को भी वर्णित किया गया है। कुछ और कीवर्डस के जरिए हमने वायरल वीडियो ढूढ़ने की कोशिश की तो हमे पाकिस्तान के आधिकारिक न्यूज चैनल PTV के यूट्यूब चैनल पर ये वीडियो मिला. 11 अगस्त 2022 को इस कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग की गई थी.40.22 टाइम स्टैंप पर आप इसे देख सकते हैं. कार्यक्रम अल्पसंख्यकों का सम्मेलन था. जिसमे तारिक मसीह गिल ने भी शिरकत की थी. वायरल वीडियो इसी कार्यक्रम में दिए उनके भाषण का अंश है.

अधिक जानकारी के लिए indiacheck ने तारिक मसीह गिल से फोन पर सम्पर्क किया, हमारी बात उनके पुत्र ताबिन गिल से हुई, हमने उन्हें वायरल वीडियो के साथ किए गए दावे के बारे में बताया और वीडियो को उनके व्हाट्सएप नम्बर पर भी भेजा। उनका कहना है कि “वीडियो में दिख रहे शख्स उनके पिता तारिक मसीह गिल हैं वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की विधानसभा में सदस्य हैं. पाकिस्तान की संसद में अल्पसंख्यक समुदाय विशेषकर ईसाई समुदाय पर केन्द्रित भाषण दे रहे थे।” ताबिन गिल ने हमें इस वायरल वीडियो के 8:48 मिनट के कुछ फुल वर्जन भेजे। इसे फेसबुक और यूट्यूबपर देखा जा सकता है।

निष्कर्ष

हमारी जांच में ये साबित होता है कि वायरल वीडियो में बोलते नजर आ रहे शख्स पंजाब प्रांत की विधानसभा के सदस्य तारिक मसीह गिल हैं. जो ईसाई समुदाय से आते है. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अल्पसंख्यकों पर हुए एक सम्मेलन के दौरान वो भाषण दे रहे थे. उसी भाषण का अंश सोशल मीडिया में वायरल है. वायरल वीडियों में पाकिस्तान के हिंदू सांसद होने का दावा गलत है.

दावा – देखिए कैसे हिंदू सांसद पाकिस्तान की संसद में हाथ जोड़कर रहम की भीख मांग रहे हैं..कि हम पर रहम करें, हमारी बेटियों को बख्श दें।

दावा करने वाला – सोशल मीडिया यूजर्स

सच – दावा ग़लत है

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