वायरल तस्वीर में तिरंगे का केक काट रही महिला फेसबुक की इंडिया डायरेक्टर आंखी दास नहीं है

तिरंगे का केक काट रही महिला बेलारूस में भारत की राजूत संगीता बहादुर हैं

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भारत के राष्ट्रीय झंडे के रंगों से बने केक को काटती एक महिला की दो तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल है. एक में महिला तिरंगे वाले केक को काटती हुई दिखती हैं . दूसरी में एक प्लेट में केक का टुकड़ा लिए हुए नजर आती हैं. दावा किया जा रहा है ये महिला फेसबुक की इंडिया पॉलिसी डायरेक्टर आंखी दास हैं,जो देश के राष्ट्रीय ध्वज के रंगों का केक काटकर तिरंगे का अपमान कर रहीं हैं. ट्विटर पर पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा गया  ‘’देश का अपमान नहीं सहेगा हिन्दुस्तान फेसबुक की आंखी दास ने तिरंगे का केक बनाकर काटा अगर यही काम किसी मुस्लिम ने किया होता तो मीडिया से लेकर नेता तक विधवा विलाप करने लगते’’

हाल ही  में आंखी दास हेट स्पीच पर वॉल स्ट्रीट जनरल की एक रिपोर्ट के बाद से विवादों में हैं. रिपोर्ट में फेसबुक पर बीजेपी के नेताओं के भड़काऊ बयानों पर नरमी बरतने की  बात कही गई. और आंखी दास पर बीजेपी सरकार के साथ सांठगांठ का आरोप लगा था. तब से लेकर आंखी दास कापी चर्चा में हैं. आंखी दास पर तिरंगे का केक काटने का दावा करने वाली तस्वीर फेसबुक पर भी वायरल है,

देश का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान ,फेसबुक की आंखी दास ने तिरंगे का केक बनाकर काटा !

Geplaatst door Aaryan Aaditya op Zondag 23 augustus 2020

फेसबुक पर आप यहां भी ये वायरल तस्वीर देख सकते हैं.

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फैक्ट चेक

रिसर्च के दौरान ही कुछ ट्वीटस हमे मिले जिसमे इसी तस्वीर को शेयर करते हुए इसे बेलारूस में भारत की राजदूत संगीता बहादुर की बताया गया और तिरंगे का केक काटने की आलोचना की गई.

इस क्लू के आधार पर हमने ट्विटर पर भारत के बेलारूस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल की पड़ताल की जहां हमें 17 अगस्त को 4 तस्वीरों की एक पोस्ट दिखाई दी. जिसमें बताया गया कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के जश्न दूतावास में मनाया गया. तस्वीर में भारत की बेलारूस में राजदूत संगीता बहादुर अलग-अलग समारोह में दिखाई देती हैं. लेकिन वो तस्वीर नहीं थी जो सोशल मीडिया पर वायरल है.

फिर हमने भारतीय दूतावास की आधिकारिक वेबसाइट पर इन तस्वीरों खोजा. वहां भी स्वतंत्रता दिवस की तस्वीरें दिखाई दीं. इन्हे आप यहां देख सकते हैं. नीचे हम आंखी दास के नाम से वायरल दो तस्वीरें और बेलारूस में भारतीय दूतावास की वेबसाइट में राजदूत संगीता बहादुर की तस्वीर की तुलना दिखाते हैं.

तस्वीरों से साफ जाहिर है कि ये तीनों तस्वीरें एक ही महिला की हैं. तस्वीरे एक ही दिन की हैं इसलिए पोशाक भी एक ही है. बस कैमरे की लाइट में अंतर की वजह से रंग कहीं चटक तो कहीं हल्के हैं.नीचे आप आंखी दास की ऑरिजनल और वायरल तस्वीर जिसे आंखी दास की बताया जा रहा है उनकी तुलना भी देख सकते हैं. साफ है कि वायरल तस्वीर में आंखी दास नहीं बल्कि बेलारूस में भारत की राजदूत संगीता बहादुर हैं.

हमे संगीता बहादर की फेसबुक पर एक पोस्ट मिली जिसमें वायरल तस्वीरें भी थी जिनके बारे में दावा किया जा रहा है कि ये आंखी दास हैं. भारतीय राजदूत ने इन तस्वीरों के साथ कैप्शन में लिखा ”बेलारूस में चल रहे हंगामे के बीच हमने मिंस्क में स्थित दूतावास में भारत का 74वां स्वतंत्रता दिवस मनाया. हालांकि हमे डर था कि शहर में चल रहे असमान्य हालात को देखते हुए ज्यादातर लोग इस मौके पर नहीं आपाएंगे लेकिन ये बात गलत निकली.लोगों ने इस कार्यक्रम में अच्छी संख्या में भाग लिया. जिसमें बारतीय छात्रों के साथ-साथ बेलारूस में हमारे मित्र भी शामिल थे

In the midst of the ongoing turmoil in Belarus, we celebrated India's 74th Independence Day at the Embassy in Minsk. Our…

Geplaatst door Sangeeta Bahadur op Zaterdag 15 augustus 2020

निष्कर्ष

ये बिल्कुल सिद्ध होता है कि वायरल तस्वीरों के बारे में किया जा रहा दावा झूठा है. तस्वीर में आंखी दास तिरंगे वाले केक को नहीं काट रहीं हैं. तस्वीर में दिख रहीं महिला बेलारूस में भारत की राजदूत संगीता बहादुर हैं.

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