सोशल मीडिया पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के नाम से एक फर्जी लेटर वायरल हुआ. इसमें दावा किया जा रहा है कि प्रदूषण की वजह से दिल्ली में सभी स्कूल-कॉलेजों की को 8 नवंबर तक बंद कर दिया गया है. अंग्रेज़ी में जारी किए गए लेटर का हिन्दी अनुवाद है ‘’हवा की असहनीय स्तर ने दिल्ली को गैस चैंबर बना दिया है जिसकी वजह से इनवॉयरेन्मेंट पॉल्यूशन अथॉरिटी ने दिल्ली में पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी है. बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के सभी स्कूल-कॉलेजों को 8 नवंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है. शिक्षामंत्री ने सभी स्कूल-कॉलेजों के एक्ज़ाम दिसंबर तक स्थगित करने का भी फैसला किया है. सभी स्कूल और कॉलेजों को आधिकारिक नोटिस भेजी जा चुकी है. डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन जरूरी नोटिफिकेशन तुरंत जारी करके इसके प्रसार को सुनिश्चित करे’’
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने बढ़ते हुए प्रदूषण को देखते हुए 5 नवंबर तक सभी स्कूल बंद करने का आदेश जारी किया था. 1 नवंबर को मुख्यमंत्री रविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके इसकी जानकारी भी दी थी.
रविवार को राजधानी और उसके आसपास के क्षेत्रों में हवा की क्वालिटी खतरनाक स्तर तक बढ़ गई जिसे देखते हुए अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से मदद की अपील की. केंद्र सरकार ने इस संबंध में एक हाई लेवल मीटिंग में फैसला किया कि कैबिनेट सचिव प्रभावित राज्यों की रोज मॉनिटरिंग करेंगे. लेकिन स्कूल-कॉलेजों को 8 नवंबर तक बंद करने को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है. दिल्ली सरकार में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने इस लेटर को फर्जी बताया.
दिल्ली में फिलहाल प्रदूषण की वजह से 5 नवंबर तक स्कूल बंद हैं. इसे 8 नंवंबर तक बढञाने और िसमे कॉलेजों को भी शामिल करने का अभी कोई फैसला नहीं हुआ है. प्रदूषण का स्तर चिंता का विषय है. आप सभी लोगों से गुजारिश है कि घर से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करें.