राजस्थान के कोटा में घरों में महिलाओं के थूकने की घटना ना तो कोरोना साजिश, ना ही सांप्रदायिक

वीडियो में थूक फेकती महिलाएं भीख मांगने का काम करती हैं, भीख ना मिलने की वजह से इन्होने घरों में थूक फेंका था

0
337

हाल ही में राजस्थान के कोटा से महिलाओं के घरों में थूकने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वायरल वीडियो में एक महिला पॉलिथिन में थूकते हुए दिखाई देती है. फिर उसके टुकड़े घरों में डालते हुए देखा जा सकता है. न्यूज चैनलों ने भी इस वीडियो को ये कहते हुए दिखाया था कि कहीं ये कोरोना फैलाने की साजिश तो नहीं.

मेनस्ट्रीम मीडिया ने अपनी तरफ से कोई सीधा आरोप ना लगाते हुए सवाल खड़े किए थे कि इसके पीछे क्या मंशा हो सकती है ? लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों ने इसी वीडियो क्लिप को पोस्ट करके इसे सांप्रदायिक रंग देना शुरू कर दिया.  एक ट्विटर हैंडल ने लिखा ‘’ये वीडियो राजस्थान के कोटा से है, देखिये कैसे ये ‘शांतिप्रिय’ महिला बाहर से एक घर के अंदर थूक रही है, कौन है ये, आप समझ गए क्या ?’’

एक औऱ यूजर ने लिखा ‘’लो अब,थूकलमानो का नया कारनामा सुनो,पॉलिथीन में थूककर लोगों के घरों में फेंक रही बुरकेवालियाँ हद है जाहिलों – क्या ये सब देखकर तुम लोगों का ज़मीर न थूकता तुमपर
कि कैसे थुकैले मज़हब में जन्म हो गया तुम्हारा’’.

कुछ और सोशल मीडिया यूजर ने भी परोक्ष औऱ अपरोक्ष रूप से इस वीडियो के आधार पर भारत में कोरोना को साजिश के तहत फैलाने का दावा किया और मुसलमानों को निशाना बनाया

कुछ और पोस्ट आप यहां, यहां भी देख सकते हैं.

ये भी पढ़िए

नकली सेनिटाइजर बनाने वाले बांग्लादेश में पकड़े गए रैकेट को भारत में सांप्रदायिक रंग देकर किया वायरल

फैक्ट चेक

ये वीडियो सही है लेकिन साथ में पोस्ट किए संदेश गुमराह करने वाले हैं. राजस्थान पुलिस के अनुसार कोटा के वल्लभवाड़ी इलाके में इन महिलाओं ने घरों में थूका था. पांच महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस के अनुसार सभी महिलाएं भीख मांगने उस इलाके में गई थीं. पूछताछ में इन्होने थूकने की बात कबूल की लेकिन ये काम उन्होने इसलिए किया कि उन्हे भीख नहीं दी गई थी. ये सभी महिलाएं बावड़ी जाति की हैं. गुमानपुर पुलिस स्टेशन के थानाध्यक्ष मनोज सिंह सीकरवार ने बताया कि महिलाएं कुनहरी इलाके की हैं. इनके नाम माला, अनारिया,आशा, चंद्रा, दुलारी हैं.

नवभारत टाइम्स अखबार में आप ये रिपोर्ट देख सकते हैं. अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट आप यहां देख सकते हैं.

निष्कर्ष

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रहीं हैं महिलाएं मुस्लिम नहीं हैं. पुलिस के अनुसार भीख ना मिलने की वजह से इन्होने घरों में थूक वाली पॉलिथिन फेंकी थी. पुलिस ने कोरोना फैलाने की साजिश से इंकार किया किया है.

दावा- कोटा में मुस्लिम महिलाएं घरों में थूककर कोरोना फैला रहीं हैं

दावा करने वाले-सोशल मीडिया यूज़र

सच- दावा गुमराह करने वाला है