जाकिर नाइक का फीफा वर्ल्ड कप में कलमा पढ़वाकर इस्लाम कुबूल करवाने के दावे वाला वायरल वीडियो 6 साल पुराना है-FACT CHECK

वायरल वीडियो कतर के दोहा के दोहा में 6 साल पहले हुए एक कार्यक्रम का है. कार्यक्रम का नाम था 'DOES GOD EXIST'. इस कार्यक्रम में जाकिर नाइक ने लेक्चर दिया था.

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20 नवंबर, 2022 को दोहा में फीफा विश्व कप के उद्घाटन समारोह में भारत के कट्टरपंथी इस्लामवादी उपदेशक डॉ. जाकिर नाइक कतर की राजधानी पहुंचे थे। इसी दौरान ज़ाकिर नाइक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में कथित तौर पर ज़ाकिर नाइक को मंच पर चार लोगों से इस्लामिक कलमा पढ़वाते देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि “जाकिर नाइक ने कतर में 20 नवंबर से शुरू हुए फीफा फुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान चार लोगों को इस्लाम कुबूल करवाया।”

फेसबुक पर वायरल वीडियो को यहांयहां यहांयहां और यहां देखा जा सकता है।

इसके अलावा ट्विटर यूजर्स ने भी इसे साझा किया।

क्या है सच ? 

वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने कुछ कीवर्ड्स के साथ वायरल वीडियो के बारे में खोजना शुरू किया। हमें अल जजीरा मुबाशेर के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो मिला। 27 मई 2016 को इसे अपलोड किया गया था। वीडियो के 4:13 टाइमस्टैम्प पर वायरल वीडियो से मिलते-जुलते फ्रेम को देखा जा सकता है।  

इसके बाद हमें एक वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट से किया गया ट्वीट मिला। इसमें एक वीडियो भी है, जिस वीडियो को हाल ही का बताकर शेयर किया जा रहा है। ट्वीट में दिया गया वीडियो वायरल क्लिप से बिल्कुल मेल खाता है।

ट्वीट के कैप्शन में लिखा है – इस दिन केन्या के 3 और फिलीपींस के एक शख्स ने जाकिर नाइक के ‘Does God Exist’ लेक्चर के दौरान इस्लाम कबूल किया था”(हिन्दी अनुवाद)

पड़ताल के दौरान हमें एक वेबसाइट पर अरबी भाषा में एक लेख मिला। इसके मुताबिक पिछले गुरुवार की शाम, कटारा कल्चरल विलेज फाउंडेशन ने प्रसिद्ध भारतीय उपदेशक और वाद-विवादकर्ता डॉ. ज़ाकिर नाइक ने “क्या ईश्वर का अस्तित्व है? कार्यक्रम की मेजबानी की। शाम को आठ बजे से खुले थिएटर में सुबह दो बजे तक चला, और आठ लोगों के इस्लाम में धर्मांतरण के साथ व्याख्यान समाप्त हुआ। 

अरबी भाषा के एक अखबार में भी हमें इसके बारे में जानकारी मिली। हमने गूगल ट्रांसलेशन की मदद ली, इसकी हेडिंग है “कटारा में लेक्चर के बाद 8 ने इस्लाम कबूल किया, दोहा – अल-राय: महीने।”

वायरल वीडियो के फुल वर्जन को यहां देखा जा सकता है। इसमें 1:35:17 टाइमस्टैम्प पर फ्रेम को देखकर कहा जा सकता है कि इसका फीफा विश्वकप 2022 से कोई संबंध नहीं है। 

निष्कर्ष

indiacheck ने अपनी पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किए गए दावे को झूठा पाया है। वायरल वीडियो मई 2016 में कतर के दोहा में आयोजित एक कार्यक्रम का है जहां जाकिर नाइक पहुंचे थे। इसका फीफा विश्वकप 2022 से कोई सम्बन्ध नहीं है।

दावा – जाकिर नाइक ने कतर में 20 नवंबर से शुरू हुए फीफा फुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान चार लोगों को इस्लाम कुबूल करवाया।

दावा करने वाला – सोशल मीडिया यूजर्स

सच – दावा ग़लत है