Home फैक्ट चेक पीएम मोदी के ‘WHO’ का चेयरमैन बनने का सोशल मीडिया पर वायरल दावा झूठा है-FACT CHECK

पीएम मोदी के ‘WHO’ का चेयरमैन बनने का सोशल मीडिया पर वायरल दावा झूठा है-FACT CHECK

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पीएम मोदी के ‘WHO’ का चेयरमैन बनने का सोशल मीडिया पर वायरल दावा झूठा है-FACT CHECK

‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि WHO के चेयरमैन बन गए हैं’. ये दावा हम नहीं बल्कि सोशल मीडिया कर रहा है. इस दावे में कहा जा रहा है ‘मोदी जी बने WHO का चेयरमैन. WHO की बागडोर 22 मई से भारत के हाथों में गौरवान्वित क्षण सभी राष्ट्रवादियों बधाई रुकनी नही चाहिए। जय हिंद’

ये अकाउंट रिपब्लिक टीवी के एडिटर अर्नब गोस्वामी का नहीं बल्कि पैरोडी अकाउंट है. इस पोस्ट को अबतक 3 हजार से ज्यादा बार रिट्वीट किया जा चुका है.इसी तरह नीता अंबानी नामके अकाउंट से भी इसे पोस्ट किया गया. ये नीता अंबानी का अकाउंट नहीं है. लेकिन इसे अभी तक 2 हजार 700 बार रिट्वीट किया जा चुका है

https://twitter.com/0Nita_ji/status/1262336179787137030

पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ नामके अकाउंट से भी इसे पोस्ट किया गया है. प्रोफाइल में वो खुद को पॉलिटिकल कमेंटेटर बताते हैं.

https://twitter.com/RealPushpendra/status/1262339723290390528

इसी तरह फेसबुक पर भी ये पोस्ट वायरल है.नेशन फर्स्ट नामके फेसबुक पेज पर इसे पोस्ट किया गया है. आर्काइव लिंक यहां देख सकते हैं.

इस पोस्ट को अब तक 1 हजार से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है.

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फैक्ट चेक

सबसे पहले हमने ‘WHO’ के संगठनात्मक ढांचे को जानने के लिए उसकी वेबसाइट को खंगाला. वेबसाइट के अनुसार संगठन में डायरेक्टर जनरल यानि डीजी सर्वोच्च पद होता है. इस समय ‘Dr Tedros Adhonam Ghebreyesus’ डीजी हैं. ‘WHO’ में फैसले लेने वाली कमेटी का नाम है वर्ल्ड हेल्थअसेंबली यानि ‘WHA’ जिसमें सभी सदस्य देश शामिल होते हैं. और ये डायरेक्टर जनरल का चुनाव भी करती है. एक और महत्वपूर्ण कमेटी है एक्जीक्यूटिव बोर्ड. इसमें 34 तकनीकि रूप से योग्य सदस्यों का तीन साल के लिए चुनाव किया जाता है. बोर्ड का एक चेयरमैन भी होता है जिसका चुनाव रीजनल रोटेशन के आधार पर एक साल के लिए किया जाता है. एक्जीक्यूटिव बोर्ड हेल्थ असेंबली में पास किए गए प्रस्तावों को लागू करने का काम करता है.

 इस बार इस पद की घोषणा 18-19 मई को हुई बैठक में की गई जिसमें भारत की तरफ से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन को एक्जीक्यूटिव बोर्ड का चेयरमैन चुना गया. इससे पहले जापान के ‘Dr Hiroki Nakatini’ इस पद पर थे.

22 मई को डॉ हर्षवर्धन ने बोर्ड के चेयरमैन का पद संभाल लिया है.मीडिया संस्थानों ने इस खबर को प्रमुखता से छापा है.

निष्कर्ष

WHO  में सर्वोच्च पद डायरेक्टर जनरल का होता है. संगठन के चेयरमैन का कोई पद नहीं होता है. संगठन के एक्जीक्यूटिव बोर्ड का चेयरमैन होता है जिसे रोटेशन के आधार पर चुना जाता है. इस बार भारत से डॉक्टर हर्षवर्धन को चुना गया है. पीएम मोदी को WHO का चेयरमैन बनाने की वायरल खबर झूठी है.

दावा- पीएम मोदी को WHO का चेयरमैन चुन लिया गया है

दावा करने वाले- सोशल मीडिया यूजर

सच-दावा झूठा है

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