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अभिनंदन की बहन ने नहीं लिखी है वायरल हुई कविता

लोगों को खूब पसंद आ रही है कविता, एनडीटीवी में एंकर ने इस कविता को लाइ बुलेटिन में पढ़ा

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(पहली तस्वीर) रिहा होने के बाद विंग कमांडर अभिनंदन, (दूसरी तस्वीर) वायरल कविता की लाइनें


मेरे भाई , तुमने अदम्य साहस का परिचय दिया, मगर अफ़सोस कि हम में से अधिकतर उसके लायक नहीं हैं।
आज जिनकी राष्ट्र भक्ति हिलोरें ले रही हैं उन्हें क्या मालूम कि जलते हुए जहाज से पैराशूट में बैठ दुश्मन की धरती पर जा गिरने का अहसास क्या होता है !
आम जनता जो युद्ध के नगाड़े पीट रही है क्या उसने एक पल भी रूककर सोचा है कि उनके नगाड़ों का यह शोर कितना खतरनाक शोर है !
तुमने हमें यह बता दिया है कि बहादुरी और साहस ऑनलाइन आर्डर नहीं की जा सकती, न ही रातोंरात amazon से मंगवाई जा सकती है।
यह वक्त आरामकुरसी में धंसकर उन्मादी राष्ट्रवाद को उकसाने का नही

कविता की ख़सियत

विंग कमांडर अभिनंदन के लिए लिखी दिल को छू लेने वाली ये कविता मूल रूप से अंग्रेज़ी में है। और पूरी कविता की ये चंद लाइने हैं। पाकिस्तान के कब्ज़े से अभिनंदन के रिहा होने की घोषणा के बाद से ये कविता वायरल है। मूल कविता का शीर्षक ”My brother with the bloodied nose” है। कविता में अभिनंदन के पराक्रम औऱ दुश्मन देश की कैद में उनके अदम्य साहस का वर्णन है। साथ ही देश को युद्ध के उन्माद में झोंकने की बात करने वालों को नसीहत दी गई है।

व्हाटसएप ,ट्विटर,फेसबुक पर इसे खूब शेयर किया जा रहा है। औऱ कहा जा रहा है कि इसे अभिनंदन की बहन ने अपने भाई के लिए लिखा है। बहन का नाम बताया गया है अदिति। कैप्टेन मनीवनन ने ट्विटर पर इस कविता को पोस्ट किया है। साथ में अंग्रेज़ी में संदेश है जिसका हिंदी अनुवाद है ” क्या अदभुत, बुद्दिमानी और भावुकता से भरी हुई सोचने पर मजबूर करने वाली कविता लिखी है अभिनंदन की बहन ने”

 कांग्रेस आईटी सेल की हेड दिव्या स्पंदना सहित 1000 लोगों ने इस पोस्ट को रिट्वीट किया।

वहीं द वायर के फाउंडर एडिटर एमके वेणु अपने ट्वीट  कहते हैं ”विंग कमांडर अभिनंदन की बहन ने अपने भाई के असाधारण पराक्रम के आधार पर युद्ध भड़काने और अंधे राष्ट्रवाद की निंदा की है।”

फेसबुक पर भी इस कविता को अभिनंदन की बहन के नाम से खूब शेयर किया गया। व्हाटसएप पर भी ये वायरल हो रही है

सच्चाई क्या है?

इस कविता को क्या वाकई अभिनंदन की बहन ने लिखा है? इसकी जांच करने के लिए हमने कविता के शीर्षक को पहले गूगल सर्च और फिर फेस बुक पर सर्च किया। फेस बुक सर्च के दौरान 28 फरवरी की एक पोस्ट दिखाई देती है। यह पोस्ट वरुण राम अय्यर नाम के फेसबुक यूजर की है। राम लिखते हैं कि वो इस कविता के लेखक है जबकि कोई एबी चंदोरकर नाम का व्यक्ति इस कविता को अपने नाम से लिख रहा है।  

https://www.facebook.com/varunramiyer/posts/10156979100457457

उनकी टाइम लाइन पर बहुत सारे लोगों की पोस्ट है जिसमे कहा गया है कि ये कविता अभिनंदन की बहन ने नहीं बल्कि वरुण राम अय्यर ने लिखी है।

https://www.facebook.com/hiddentao/posts/10157201899678675

 वरुण राम ने अपने फेस बुक पेज पर इस कविता के लेखक के रूप में एक नोटिस भी जारी की है। इस नोटिस में उन्होने लोगों को कविता के बारे में पता करने के लिए आमंत्रित किया है।

वरुण राम मैनेजमेंट कंसल्टेंट हैं और एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करते हैं। ये कविता उन्होने 27 फरवरी को लिखी थी। ये वही दिन था जब अभिनंदन को पाकिस्तान ने पकड़ा था।

निष्कर्ष

दावा- अभिनंदन की बहन की अपने बाई के लिए पाकिस्तान में पक़ड़ेजाने के बाद लिखी कविता

दावा करने वाले- सोशल मीडिया

दावे का सच- ये दावा गलत है। कविता अभिनंदन की बहन ने नहीं लिखी है।