BJP IT सेल चीफ ने केजरीवाल को थप्पड़ मारने वाले शख्स की पिटाई का पुराना वीडियो पोस्ट किया

दिल्ली चुनाव की गर्मी पूरे शबाब पर है. राजनैतिक पार्टियां एक दूसरे पर हमले करने का हर तरीका अपना रही हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें आम आदमी पार्टी की रैली में एक आदमी को पीटते हुए दिखाया जा रहा है. बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीटर पर इसे पोस्ट किया है. वीडियो के साथ उन्होने लिखा है. ”आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता निर्दयता पर उतारू हैं.अरविंद केजरीवाला के रोड शो में  एक आदमी को बुरी तरह मारा जाता है और वो चुपचाप देखते रहते हैं जैसे कुछ हुआ ही ना हो. क्या ये आदमी सार्वजनिक जीवन के भी लायक है, पब्लिक ऑफिस संभालने की बात तो छोड़ ही दीजिए”

हजारों लोगों ने इसे रिट्वीट किया है. इसका आर्काइव्ड वर्ज़न आप यहां देख सकते हैं. फेसबुक पर भी ये पोस्ट वायरल है.

ये भी पढ़िए

फिल्मकार रामगोपाल वर्मा ने हिरन के शिकार का 5 साल पुराना वीडियो भारत के संदर्भ में पोस्ट किया

फैक्ट चेक

ये वीडियो अमित मालवीय ने अमित रैना नामके एक ट्विटर हैंडल से लेकर पोस्ट किया है. गौरतलब है कि रैना का ये ट्वीट 8 मई 2019 का है. इसलिए इसका दिल्ली चुनाव से कोई लेना देना नहीं है. नीचे आप रैना का ट्वीट किया हुआ वीडियो देख सकते हैं.

दरअसल ये वीडियो 4 मई 2019 में हुई क घटना का है जिसमें दिल्ली के मोतीनगर में एक रोड शो के दौरान केजरीवाल को एक व्यक्ति अचानक थप्पड़ मारता है. वायरल क्लिप में थप्पड़ मारने के बाद की घटना दिखाई गई है जिससे केजरीवाल को निशाना बनाया जा सके. नीचे आप उस क्लिप को देख सकते हैं जिसमें एक व्यक्ति केजरीवाल को थप्पड़ मार रहा है. इंडिया टुडे के ट्विटर हैंडल से इसे उसी दिन ट्वीट किया गया था.

सभी मीडिया संगठनों ने इस घटना को कवर किया था. इस घटना का पूरा वीडियो आप यहां देख सकते हैं. थप्पड़ मारने वाले व्यक्ति को आप कार्यकर्ताओं ने पकड़कर पिटाई की थी. बाद में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इसका उपचार करने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था.

निष्कर्ष

अमित मालवीय ने जो वीडियो ट्वीट किया है वही वीडियो 8 मई 2019 को एक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया गया है. साफ है कि ये वीडियो अभी का नहीं है. हालांकि मालवीय ने अपने ट्वीट में समय का कोई जिक्र नहीं किया है लेकिन पुराना वीडियो चुनाव के वक्त ट्वीट करना और उसमें कहीं भी सही संदर्भ का ज़िक्र ना करना गुमराह करने वाला है. एक बात और कि उन्होने जानबूझकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की है क्योंकि जिस सोर्स से उन्होने वीडियो लिया है उसे 8 महीने पहले पोस्ट किया गया था.

Meenu Chaturvedi

Recent Posts

Fact-Check : क्या हमास का समर्थन करने वाले केरल के लोगों ने इटली के झंडे लेकर पैदल मार्च किया ? सच यहां जानें

7 अक्टूबर को फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास के द्वारा इजराइल पर हमला किए जाने के…

2 years ago

Fact-Check : इजरायल-फिलीस्तीन संघर्ष के बाद सोशल मीडिया पर आई वायरल वीडियो की बाढ़, वायरल वीडियो का सच जानें !

Israel-Philistine Conflict Viral Video : 7 अक्टूबर को फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास के द्वारा इजराइल…

2 years ago

Fact-Check : दैनिक जागरण ने भारतीय सेना के द्वारा पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक किये जाने की फेक न्यूज़ प्रकाशित की

मंगलवार को ‘दैनिक जागरण’ ने राष्ट्रीय संस्करण में पहले पृष्ठ पर ‘भारत ने पाकिस्तान पर फिर की…

2 years ago

Fact-Check : दरभंगा एम्स पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दावा गलत, एम्स निर्माण के लिए अभी जगह तय नहीं हुई

12 अगस्त 2023 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पश्चिम बंगाल…

2 years ago

Fact-Check : असंबंधित विरोध प्रदर्शन की पुरानी तस्वीरें हरियाणा हिंसा से जोड़कर शेयर की गईं

हरियाणा में नूंह हिंसा में अबतक 83 एफआईआर दर्ज, 159 लोग गिरफ्तार किये जा चुके…

2 years ago