प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी सांसद नेपाल सिंह की सोशल मीडिया से ली गई तस्वीरें


सेना के जवान मरने के लिए ही होते हैं , वो नहीं मरेगा तो क्या हम और बीजेपी कार्यकर्ता मरेंगे, सेना को  मरने के लिए ही पैसे मिलते हैं।

माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

इसे पोस्ट करने वाले हैंडल का नाम है @hindijokes786 और इसे पोस्ट किया गया शेयर चैट की समाचार वाली कटेगिरी में। ये पेज दावा करता है कि जोक्स सुनने के लिए हमें फॉलो करें। पूरे पेज पर आज की हर प्रमुख खबर के हैशटैग के साथ इस पोस्ट काफी बार इसी हैंडल से शेयर किया गया है। इस पेज पर बहुत ज़्यादा पोस्ट नहीं हैं औऱ जो हैं वो व्यंग की तरह ही हैं। केवल यही पोस्ट संदेह जताती है।

प्रधानमंत्री की फोटो के साथ ये संदेश सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया गया है। इस प्लेटफॉर्म से लोग पोस्ट को सबसे ज्यादा फार्वर्ड व्हाट्स एप पर करते हैं।

इस संदेश को जब हमने गूगल सर्च में खोजना शुरू किया तो इससे मिलता जुलता एक बयान मिला जिसमें रामपुर के सांसंद नेपाल सिंह कहते हैं। इस पर समाचार एजेंसी ANI ने वीडियो के साथ ट्वीट किया था।


ये तो रोज़ मरेंगे आर्मी में ,कोई ऐसा देश है जहां आर्मी का आदमी ना मरता हो झगड़े में?  गांव में भी झगड़ा होता है तो एक ना एक घायल होगा ही! कोई ऐसी डिवाइस बताओ, जिससे आदमी ना मरे? ऐसी चीज़ बताओ कि गोली काम ना करे उसे करवा दें


नेपाल सिंह का ये विवादित बयान 2 जनवरी 2018 यानि एक साल से भी ज्यादा पुराना है । उस समय सभी अखबारों ने इसे प्रकाशित किया था। टीवी चैनलों ने भी इसकी आलोचना की थी। बीजेपी सांसद ने जम्मू कश्मीर मे सीआरपीएप कैंप पर हुई आतंकवादी घटना के बाद ये बयान दिया था। इस घटना में 5 जवान मारे गए थे। उस समय भी ये घटना पुलवामा में ही हुई थी।

इसे पुलवामा में हुई आतंकवादी घटना से जोड़कर इस तरह प्रचारित किया जा रहा है जैसे उन्होने आज ये बयान दिया है। मुंबई कांग्रेस ट्विटर हैडल से भी इसे ट्वीट किया गया। इसके अलावा यूथ कांग्रेंस के नेशनल वाइस प्रेसिडेंट srinivas bv और तमाम यूजर्स ने इसे ट्वीट किया ।

हमारी जांच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस तरह का कोई बयान कभी नहीं दिया है। ये पोस्ट राजनैतिक व्यंग करने वाले शेयर चैट के एक पेज से शेयर की गई जो आज के संवेदनशील माहौल में नहीं करनी चाहिए। पोस्ट की भाषा संदेहास्पद है । और उसे समाचार वाली कटेगिरी में पोस्ट किया गया जो गुमराह करता है। इसलिए हमने आगाह करने के लिए प्रधानमंत्री के बारे में इस दावे का चुनाव किया जिससे लोग गुमराह ना हों। बीजेपी सांसद नेपाल सिंह के जिस बयान को आज शेयर किया जा रहा है वो एक साल पुराना है।  हालांकि ये बयान विवादास्पद था लेकिन आज के संदर्भ में वायरल करना लोगों को गुमराह करना है।

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